अमेरिकी YouTuber जॉनी सोमाली ने किया स्मारक का अपमान, अब 10 साल की जेल का सामना कर सकते हैं
24 वर्षीय अमेरिकी YouTuber जॉनी सोमाली (असली नाम राम्से खालिद इस्माइल) अपने विवादास्पद वीडियो के लिए जाने जाते हैं। हाल ही में, उन्होंने दक्षिण कोरिया में एक ऐतिहासिक स्थल पर ऐसी हरकत की जिसने उन्हें मुश्किल में डाल दिया है। एक वीडियो में, उन्होंने Statue of Peace (शांति की प्रतिमा) को चूमा और इसके सामने डांस किया। यह स्मारक जापान के अधीन कोरियाई महिलाओं की पीड़ा का प्रतीक है, जो 1910 से 1945 तक यौन शोषण का सामना कर चुकी थीं। इस घटना ने दक्षिण कोरिया और दुनियाभर में व्यापक निंदा का कारण बना दिया है।
घटना पर जनता का गुस्सा क्यों फूटा?
सेओल के चांगडोंग हिस्ट्री एंड कल्चर पार्क में स्थित Statue of Peace दक्षिण कोरिया में एक अत्यंत महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और ऐतिहासिक स्मारक है। यह "कम्फर्ट वुमेन" (यौन शोषित महिलाओं) के दर्द का प्रतीक है, जो जापानी सेना के अत्याचारों का सामना कर चुकी थीं। जॉनी सोमाली द्वारा प्रतिमा को चूमना और इसके सामने नाचना बहुत ही अनादरपूर्ण माना गया, और इस पर निंदा की लहर उठी।
दक्षिण कोरिया में इस प्रतिमा को एक दर्दनाक इतिहास के प्रतीक के रूप में देखा जाता है, और इसे अपमानजनक और असंवेदनशील कार्य माना गया। ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर लोग इस हरकत की आलोचना कर रहे हैं और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
जॉनी सोमाली की सार्वजनिक माफ़ी
लोगों के आक्रोश के बाद, जॉनी सोमाली ने Jcompany YouTube चैनल पर एक माफ़ी वीडियो पोस्ट किया। इस वीडियो में उन्होंने प्रतिमा के बगल में खड़े होकर कोरियाई जनता से माफ़ी मांगी। उन्होंने सिर झुकाते हुए कहा, “मैं कोरियाई लोगों से माफ़ी मांगना चाहता हूँ। मैं इस प्रतिमा का महत्व नहीं समझ पाया।” उन्होंने यह भी कहा कि उनका इरादा अमेरिकी दर्शकों को मनोरंजन देने का था, लेकिन उन्हें अब अपनी गलती का एहसास है। अपनी माफ़ी में उन्होंने कोरियाई में कहा, “मुझे वास्तव में खेद है।”
हालांकि माफ़ी मांगने के बाद भी उनके खिलाफ गुस्सा थम नहीं रहा है, और लोग उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
कानूनी नतीजे: 10 साल की सजा का हो सकता है सामना
दक्षिण कोरिया के अधिकारियों ने जॉनी सोमाली के खिलाफ जांच शुरू कर दी है, और उन पर व्यवसाय में बाधा डालने और संभावित मादक पदार्थों के उपयोग के आरोप लगाए जा रहे हैं। दक्षिण कोरियाई कानून में ऐसे ऐतिहासिक स्थलों का अनादर गंभीर अपराध माना जाता है, और यदि वह दोषी साबित होते हैं, तो उन्हें 10 साल तक की सजा हो सकती है।
यह घटना इस बात को रेखांकित करती है कि दक्षिण कोरिया में सांस्कृतिक स्मारकों का अनादर करना कितना गंभीर अपराध है और इसके खिलाफ कठोर सजा का प्रावधान है।
सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स के लिए एक चेतावनी
जॉनी सोमाली की यह घटना इस बात का एक उदाहरण है कि सार्वजनिक मंच का उपयोग करने में कितनी जिम्मेदारी होती है, खासकर जब वह विदेश में हो। सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स के लिए यह एक चेतावनी है कि उन्हें संवेदनशील सांस्कृतिक मुद्दों का सम्मान करना चाहिए।